भीषण गर्मी के बीच खुले आसमान में आग जलाकर तपस्या कर रहे यूपी के बिजनौर के एक बाबाजी सुर्खियों में हैं. उन्होंने अपने चारों तरफ गोल घेरे में आग जला रखी है और खुद उसके बीच में बैठकर तपस्या कर रहे हैं. तपती गर्मी में उन्हें इस हालत में देखकर हर कोई दंग रह जा रहा है. दूर-दूर से लोग उन्हें देखने आ रहे हैं. गौरतलब है कि ऐसा ही मामला संभल जिले से आया था, जहां ‘अग्नि तपस्या’ कर रहे एक बुजुर्ग साधु की मौत हो गई थी.
बता दें कि पूरा मामला धामपुर तहसील के ग्राम नरेलीपुर बाकरा बाद का है, जहां महाराज मंगल नाथ अपने चारों ओर आग जलाकर भीषण गर्मी और तपती धूप में 41 दिवसीय ‘अग्नि तपस्या’ कर रहे हैं. उनको देखने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है. सैकड़ों लोग उन्हें तपस्या करते देखने गांव आ रहे हैं.
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महाराज मंगल नाथ की ये तपस्या 10 मई से शुरू हुई थी, जो आगामी 20 जून तक चलेगी. इस दौरान वो धूप-गर्मी में जलती आग के पास बैठकर साधना में लीन रहेंगे. उन्हें देखने आए लोगों का कहना है कि जहां इस प्रचंड गर्मी में लोगों का घर से निकलना मुश्किल है वहीं बाबाजी देश-प्रदेश और इलाके में अमन-चैन व खुशी कायम रहे इसके लिए खुले आसमान के नीचे तपस्या कर रहे हैं.
स्थानीय लोगों का दावा है कि महाराज मंगल नाथ जब से उनके गांव में आए हैं, सुख-शांति और खुशहाली का माहौल हो गया है. बाबाजी इसी कामना के साथ कठिन तप पर बैठे हुए हैं. हालांकि, उनकी ये ‘अग्नि तपस्या’ देखकर उनकी सेहत को लेकर भी लोगों को फिक्र हो रही है. क्योंकि, गर्मी के चलते बाबाजी की तबीयत खराब होने की आशंका है.
संभल में बाबाजी की मौत
ऐसा ही मामला संभल जिले से आया है, जहां धूनी जलाकर तपस्या कर रहे एक बुजुर्ग संत (पागल बाबा) की मौत हो गई. जानकारी के मुताबिक, भीषण गर्मी से राहत दिलाने, नशा मुक्ति और विश्व शांति के लिए वो तपस्या कर रहे थे. इसी दौरान उनकी तबीयत बिगड़ गई. आनन-फानन में अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
वह 23 मई से धूनी रमाकर तपस्या कर रहे थे. उन्होंने तपस्या के लिए प्रशासन से अनुमति भी ली थी. लेकिन तापमान बढ़ने से उनकी हालत बिगड़ गई, जिसके कारण बाद में बाबाजी की मौत हो गई.