बेंगलुरु: ‘मंदिर में बनने वाले प्रसाद में कितना चावल, चीनी, नमक-नमक का इस्तेमाल होता है? प्रतिदिन कितनी पूजा की जाती है? इससे कितना पैसा इकट्ठा होगा? आप यह सारा पैसा किस पर खर्च करेंगे…? ये सभी प्रश्न सूचना के अधिकार अधिनियम के तहत पूछकर कुछ लोग हमें परेशान कर रहे हैं और जान से मारने की धमकी दे रहे हैं, हमें कानूनी सुरक्षा दी जाए।