मनी हाइस्ट देखकर बनाया प्रोफेसर गैंग
नेटफ्लिक्स की बेहद जानी मानी वेब सीरीज मनी हाइस्ट से नाम चुराकर खुद की असली पहचान छुपाया। आरोपियों ने मनी हाइस्ट सीरीज के किरदारों के हिसाब से अपने नाम रखा। प्रोफेसर (आयुष अग्रवाल), लूसीफर (कुसुम हिंदुजा), बर्लिन और अन्य रखे थे। ड्रग्स के बिजनेस करने के दौरान सभी आरोपी एक-दूसरे को इन्हीं नामों से बुलाते थे। सीरीज की तरह ही इस पूरे खेल का मुख्य सरगना का नाम प्रोफेसर रहता है, सामने आए मामले में आरोपित आयुष अग्रवाल को प्रोफेसर कहा जाता था। आयुष होटल सेमराक में दूसरे की आइडी से बुक किए गए रूम में रुका हुआ था। वाट्सएप ग्रुप का नाम भी प्रोफेसर रखा था।
आरोपियों ने किए कई खुलासे
इधर पुलिस की गिरफ्त में आने के बाद आरोपियों ने कई खुलासे किए हैं। रायपुर और दिल्ली के नशे के इन सौदागरों ने कुछ खास होटलों और फॉर्म हाउसों में होने वाली नशे की पार्टियों की जानकारी दी है। पुलिस का मानना है कि नशे का धंधा बढ़ाने यहां के कुछ खास होटलों में आधी रात टेक्नो पार्टियां आर्गेनाइज की जाती रहीं। यहां रकम उड़ाने वाले अमीरजाते यूथ को चिह्नित करके उन्हें देर रात से सुबह तक आफ्टर पार्टी की अनलिमिटेड सर्विस भी देने का खुलासा हुआ है।
आफ्टर पार्टी में नशे की बंदिश नहीं
वहीं, पुलिस को यह जानकारी भी मिली है कि आफ्टर पार्टियों में नशे की कोई बंदिश नहीं रहती। वहां युवतियों को भी बुलाया जाता रहा है। पुलिस पता लगा रही है कि फॉर्म हाउसों की पार्टियों में शामिल युवतियां लोकल हैं या फिर आसपास के महानगरों की।
ड्रग्स सप्लाई नेटवर्क पर बड़ी कार्रवाई
दरअसल, मंगलवार को रायपुर पुलिस ने ड्रग्स रैकेट पर कड़ी कार्रवाई की है। पुलिस ने कहा कि ड्रग्स सप्लाई करने वालों की सूचना मिली, जिस पर एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट और थाना प्रभारी खम्हारडीह ने आरोपियों को रंगे हाथ पकड़ा है। कार्रवाई के दौरान आरोपी दो कमरे में मिले हैं। इसमें युवती कुसुम हिंदुजा और चिराग शर्मा एक जगह पर मिले हैं। सरगना आयुष अग्रवाल और महेश सिंह एक होटल में मिला।
पुलिस ने आरोपियों के पास ऑडी जब्त किया
पुलिस ने आरोपितों के कब्जे से 17 अलग-अलग छोटे जिप पालिथीन में रखें, 2100 एमजी एमडीएमए और 6600 एमजी कोकीन जब्त किए हैं। इसके अलावा पुलिस ने एक ऑडी कार, एक इलेक्ट्रॉनिक तराजू, आठ मोबाइल फोन, तीन सोने की चेन, आइपैड समेत 50 लाख रुपए का माल जब्त किया है।