मंत्री ने इस संबंध में जिला पंचायतों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों और ग्रामीण पेयजल आपूर्ति एवं स्वच्छता विभाग के कार्यकारी अभियंताओं को पत्र लिखकर कहा है, ‘कुछ जिलों के ग्रामीण आवासीय क्षेत्रों में दूषित पानी की खपत के कारण लोगों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है और जानमाल की हानि भी हुई है। ऐसे मामलों को रोकने के लिए तत्काल आवश्यक कार्रवाई की जानी चाहिए।